वो दिन कुछ अजीब सा था ,
सबकुछ कोहरे में डूबा सा था!!
भयानक ठण्ड का मौसम था
बर्फ में सबकुछ भीगा था!!
घर की खिड़की से कुछ मैंने देखा था,
सामने एक चरागाह था!!
जो की हरी घास से भरा रहता था
धुप के दिन में अच्छा लगता था!!
उस दिन भी अच्छा लग रहा था,
तभी मुझे दिखाई दिया !!
चरागाह में पक्षी कोई बैठा था
ठण्ड से अपने में सिमट रहा था!!
शायद सोच रहा था,
उसका भी कोई घर होता,तो उसमे दुबका रहता!!
तभी मुझे दूर से आती दिखाई दी एक गाय,
गाय निकट जा पहुंची करके धीमी चाल!!
पक्षी डरा भयानक उसे देख के
वो बेचारा उड़ना चाहता था!!
पर उड़ न सका ठण्ड से, जब तक वो उड़ पाता,
गाय पहुँच गयी उसके पास!!
उसने तो झटपट उस पक्षी की पकड़ी टांग
वाह री गाय वाह री किया कमाल!!
और वो पक्षी खो गया कहीं अचानक से
उस ठण्ड के मौसम में खो गया था
शायद बर्फ में डूब गया था!!