लड़का लडकी दोनों,
एक सिक्के के दो पहलू जैसे !!
या फिर दोनों,
दिन-रात जैसे !!
जैसे जब रात हो तभी दिन होगा,
एक के बिना दूसरा अधूरा होगा!!
दोनों एक विधाता की कृतियाँ,
प्रदान की गयी जिनको अलग अलग छवियाँ !!
कैसे कोई किसी पे आक्षेप लगाये,
कि उसमे हैं कमियां!!
शायद होती होंगी सबकी अपनी कमियां,
या मिली होंगे अलग अलग शक्तियां!!
लड़का लडकी दोनों,
सदैव रहे अतुलनीय जैसे!!
दोनों सिक्के के दो पहलू जैसे,
दिन रात न हो सकता जैसे!!
लड़का न लडकी हो सकता वैसे,
फिर लडकी लड़का हो सकती कैसे!!
दिन रात दोनों का होना जरुरी जैसे,
लड़का लडकी दोनों का होना जरुरी वैसे!!
लड़का लडकी दोनों,
एक सिक्के के दो पहलू जैसे !!
एक सिक्के के दो पहलू जैसे !!
या फिर दोनों,
दिन-रात जैसे !!
जैसे जब रात हो तभी दिन होगा,
एक के बिना दूसरा अधूरा होगा!!
दोनों एक विधाता की कृतियाँ,
प्रदान की गयी जिनको अलग अलग छवियाँ !!
कैसे कोई किसी पे आक्षेप लगाये,
कि उसमे हैं कमियां!!
शायद होती होंगी सबकी अपनी कमियां,
या मिली होंगे अलग अलग शक्तियां!!
लड़का लडकी दोनों,
सदैव रहे अतुलनीय जैसे!!
दोनों सिक्के के दो पहलू जैसे,
दिन रात न हो सकता जैसे!!
लड़का न लडकी हो सकता वैसे,
फिर लडकी लड़का हो सकती कैसे!!
दिन रात दोनों का होना जरुरी जैसे,
लड़का लडकी दोनों का होना जरुरी वैसे!!
लड़का लडकी दोनों,
एक सिक्के के दो पहलू जैसे !!